‘मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया…’ प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी जीत के लिए जनता को किया धन्यवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम की शपथ लेने के बाद अब वाराणसी पहुंचे हैं. वह दो दिन के वाराणसी दौरे पर रहेंगे. यहां सबसे पहले उन्होंने किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की है.
यहां पीएम मोदी ने किसानों से संवाद करते हुए जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि साथियों इस चुनाव में देश के लोगों ने जो जनादेश दिया है. इससे एक नया इतिहास बना है. ऐसा भारत में 60 साल पहले हुआ था, तबसे भारत में किसी सरकार ने हैट्रिक नहीं लगाई थी. अब आपने यह मौका मोदी को दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद आज पहली बार बनारस आया हूं. मैं बनारस की जनता को नमस्कार करता हूं. काशीवासियों के असीम स्नेह से मुझे तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है. काशी के लोगों के मुझे लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुनकर मुझे धन्य कर दिया है. अब तो मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं. पीएम मोदी ने कहा कि ये बहुत बड़ी विकट्री (Victory) है. ये बहुत बड़ी विजय है. और बहुत बड़ा विश्वास है. आपका ये विश्वास मेरी बहुत बड़ी पूंजी है. आपका ये विश्वास मुझे लगातार आपकी सेवा के लिए, देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देता है. मैं दिन-रात ऐसे ही मेहनत करूंगा. आपके सपनों और संकल्पों को पूरा करने के लिए हर प्रयास करूंगा.
पीएम मोदी बोले मैंने किसान, नौजवान, नारीशक्ति और गरीब को विकसित भारत का मजबूत स्तंभ माना है. अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत मैंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है. सरकार बनते ही सबसे बड़ा किसान और गरीब परिवारों से जुड़ा फैसला लिया गया है. देश में गरीब परिवारों के लिए 3 करोड़ नए घर बनाने हों या फिर पीएम किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ाना हो… ये फैसले करोड़ों-करोड़ों लोगों की मदद करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले ही देशभर के करोड़ों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए पहुंचे हैं. आज 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने के तरफ भी बहुत बड़ा कदम उठाया गया है. कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका उन्हें सम्मान और आय के नए साधन दोनों सुनिश्चित करेगी. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी काशी संस्कृति की राजधानी रही है. हमारी काशी ज्ञान की राजधानी रही है. हमारी काशी सर्वविद्या की राजधानी रही है. लेकिन इन सबके साथ-साथ काशी एक ऐसी नगरी बनी है, जिसने सारी दुनिया को ये दिखाया है कि हेरिटेज सिटी भी अर्बन डेवलमेंट का नया अध्याय लिख सकती है. विकास भी और विरासत भी… का मंत्र भी काशी में हर जगह दिखाई दे रहा है.