इस्लामाबाद में शहबाज शरीफ के सीने पर तालिबान ने दली मूंग, भारत के डिप्लोमैट से की दोस्ती गाढ़ी करने की बात
पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी ने रविवार को काबुल में भारत के विशेष दूत और विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान-ईरान और पाकिस्तान विभाग के प्रमुख आनंद प्रकाश से मुलाकात की.
इस मुलाकात में तालिबान ने भारत के साथ कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जताई, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा कूटनीतिक झटका माना जा रहा है. अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने जिस तरह पहलगाम हमले की निंदा की और भारत का साथ देने का भरोसा दिया, उससे साफ है कि पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
तालिबान के विदेश मंत्रालय ने इस बैठक के बारे में बयान भी जारी किया है, जिसमें भारत के साथ रिश्तों को आगे रखने पर जोर दिया है. मुत्ताकी ने भारतीय निवेशकों से अफगानिस्तान के प्रोजेक्ट में निवेश करने का न्योता दिया, साथ ही व्यापार पर ट्रांजिट के मुदे पर भी दोनों देशों ने बात की है. तालिबान ने अफगान नागरिकों, विशेष रूप से व्यापारियों, मरीजों, और छात्रों के लिए भारतीय वीजा प्रक्रिया को सामान्य करने की मांग की.
क्यों खास ये मुलाकात
भारत-पाकिस्तान तनाव और अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते संघर्ष को लेकर इस वक्त जो बात हुई है, वह पाकिस्तान के लिए मुसीबत बन सकती है. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब पाकिस्तान और तालिबान के बीच तनाव चरम पर है. हाल ही में पाकिस्तानी हवाई हमलों ने पूर्वी अफगानिस्तान में कई लोगों की जान ली, जिसे तालिबान ने अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को लेकर दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है. तालिबान का भारत के साथ दोस्ती बढ़ाने का प्रयास पाकिस्तान के लिए एक कूटनीतिक हार के रूप में देखा जा रहा है.
चौतरफा घेरने का प्लान तो नहीं
अफगानिस्तान पाकिस्तान का बॉर्डर मुल्क है. पाकिस्तान से जितना भारत परेशान है, उतना ही अफगानिस्तान भी परेशान है. आए दिन पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान की धरती पर हमला करती है. अफगानियों को पाकिस्तान से निकाला जा रहा है. उन्हें गाली तक दी जाती है. इतना ही नहीं, तालिबान को मिटा देने की कसमें तक पाकिस्तानी नेता खाते हैं. ऐसे में तालिबान भारत के साथ खड़ा होकर पाकिस्तान को जवाब दे सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर अफगानिस्तान की धरती से भारत पाकिस्तान को जवाब देता है तो उसके ऊपर चौतरफा वार हो सकता है. इससे निपटना पाकिस्तान के लिए मुश्किल ही नहीं असंभव हो जाएगा.
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