थप्पड़ कांड पर स्वाति मालीवाल का पहला इंटरव्यू, केजरीवाल, बिभव और राज्यसभा सीट को लेकर क्या-क्या बोलीं?
सीएम अरविंद केजरीवाल के घर मारपीट के मामले के बाद गुरुवार को राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पहली बार मीडिया के बीच आई. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू के दौरान स्वाति मालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के पीएम बिभव कुमार ने मेरी टांग पकड़कर मुझे घसीटा. सीएम हाउस में पिटाई कांड की पूरी कहानी उन्होंने एएनआई की एडिटर स्मिता प्रकाश को बताई.
इंटरव्यू में स्वाति मालीवाल ने कहा है कि जब अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार ने उन पर हमला किया तो दिल्ली के मुख्यमंत्री वहां मौजूद थे. इससे पहले केजरीवाल ने बुधवार को कहा था कि इस वारदात के वक्त वो घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे. यह पहली बार है कि स्वाति मालीवाल ने इस घटना पर इंटरव्यू दिया है. इससे पहले उन्होंने थप्पड़ कांड के बारे में एफआईआर दर्ज कराते वक्त सिर्फ पुलिस को जानकारी दी थी.
सीएम को क्लीन चिट नहीं…
स्वाति लीवाल ने कहा कि सीएम हाउस में मुख्यमंत्री के पीए बिभव कुमार द्वारा उन्हें सात से आठ बार थप्पड़ मारे गए, पैर पकड़कर घसीटा गया, जिसकी वजह से उनका सिर मेज पर जाकर लगा. मालीवाल ने कहा कि वह पूरे समय चिल्लाती रहीं, लेकिन कोई भी उन्हें बचाने नहीं आया. स्वाति ने साफ किया कि इस घटनाक्रम पर वो किसी को भी क्लीन चिट नहीं दे रही हूं. जब हमला हुआ तब अरविंद केजरीवाल घर पर ही थे.
कैसे शुरू हुआ घटनाक्रम?
मालीवाल ने कहा कि वह सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री के आवास पर गई थीं और स्टाफ के सदस्यों ने उन्हें ड्राइंग रूम में इंतजार करने के लिए कहा था. उन्होंने मुझे बताया कि अरविंद जी घर पर हैं और मुझसे मिलने आ रहे हैं. इस बीच, बिभव कुमार धंधनाते हुए कमरे में आ गए और मैंने उनसे पूछा, ‘क्या हुआ? अरविंद जी आ रहे हैं? और उसने मुझ पर हमला करना शुरू कर दिया.
आवाज उठाने से पहले ज्यादा नहीं सोचा…
सांसद ने कहा कि आवाज उठाने से पहले उन्होंने अपने करियर के बारे में या इस बारे में नहीं सोचा कि उन्हें किस दौर से गुजरना होगा. उन्होंने पूछा, “मैंने बस यही सोचा कि मुझे उस बात के अनुसार जीना है जो मैंने हमेशा महिलाओं से कही है कि उन्हें सच्चाई के साथ खड़ा रहना चाहिए, सच्ची शिकायतें करनी चाहिए और अगर उनके साथ गलत हुआ है तो लड़ना चाहिए, तो मैं कैसे नहीं लड़ सकती.”
मालीवाल का केजरीवाल पर हमला?
मालीवाल के दावों पर केजरीवाल ने बुधवार को एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराए जाने पर जोर दिया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि हर घटना के दो पहलू होते हैं, “मुझे उम्मीद है कि निष्पक्ष जांच होगी. न्याय मिलना चाहिए. पुलिस को दोनों पहलुओं की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और न्याय होना चाहिए.” इसपर मालीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विडंबनापूर्ण है कि जिस व्यक्ति ने उनके चरित्र की हत्या की और उन्हें भाजपा एजेंट बताया, वह अब स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं.