21 घंटे का सफर अब 8 घंटे में, 11 जिलों को जोड़ेगा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे, शिर्डी में होगा पैसेंजर्स टर्मिनल
देश में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं. दिल्ली से लेकर मुंबई तक अलग-अलग हिस्सों में स्थानीय और अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए निर्माण कार्य जारी है.
इसी कड़ी में महाराष्ट्र में नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे (Nagpur-Goa Expressway) तैयार किया जा रहा है. खास बात है कि यह देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, जिसकी लंबाई 760 किलोमीटर होगी.
महाराष्ट्र और गोवा के बीच सड़क परिवहन को और बेहतर बनाने के लिए एकनाथ शिंदे सरकार ने इस एक्सप्रेसवे को बनाने का ऐलान किया है. इस प्रोजेक्ट के जरिए महाराष्ट्र के 11 जिलों को आपस में जोड़ा जाएगा. इस एक्सप्रेसवे की सबसे खास बात है कि अब नागपुर से गोवा के बीच ट्रैवल टाइम काफी कम हो जाएगा. आइये जानते हैं यह एक्सप्रेसवे आखिर किन शहरों से होकर गुजरेगा?
विदर्भ और मराठवाड़ा में बेहतर होगी कनेक्टिविटी
नागपुर और गोवा के बीच बनने वाले इस एक्सप्रेसवे को शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे (Shaktipeeth Expressway) नाम दिया गया है. यह विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के क्षेत्रों को जोड़ेगा जो नागपुर-मुंबई मार्ग से नहीं जुड़े हैं. राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सितंबर 2022 में इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की थी और कहा था कि महज ढाई साल के अंदर यह बनकर तैयार हो जाएगा. पिछले दिनों पेश हुए महाराष्ट्र के बजट में बीजेपी-शिवसेना सरकार ने फिर इंफ्रा सेक्टर पर बड़े खर्च का ऐलान किया है.
इन 11 जिलों से गुजरेगा एक्सप्रसेवे
नागपुर से गोवा के बीच बन रहा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे 3 देवी शक्तिपीठ महालक्ष्मी, तुलजा भवानी और पत्रादेवी को आपस में जोड़ेगा. यह एक्सप्रेसवे तुलजापुर, माहूर, अंबेजोगई शक्तिपीठ, कोल्हापुर, औंधा नागनाथ, परली वैजनाथ ज्योतिर्लिंग, नांदेड़ साहिब, पंढरपुर, करंजा लाड, अक्कलकोट, गंगापुर और औदुम्बर से जुड़ा होगा. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे पर शिरडी हवाई अड्डे पर एक नए यात्री टर्मिनल बनाने की घोषणा की है. महाराष्ट्र सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर करीब 86,300 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे की मदद से नागपुर से गोवा पहुंचने में अब सिर्फ 8 घंटे लगेंगे, फिलहाल अभी इस रूट पर 21 घंटे का समय लगता है. यह एक्सप्रेसवे यवतमाल, हिंगोली, नांदेड़, परभनी, लातूर, बीड, उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और पत्रादेवी (उत्तरी गोवा) को जोड़ेगा. वहीं, इस एक्सप्रेसवे पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर स्थापित किए जाएंगे, जिससे राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.