यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूस के रक्षा मंत्री को पड़ा दिल का दौरा, पुतिन से हुई थी अनबन
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच व्लादिमीर पुतिन के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु को पिछले कुछ दिनों से नहीं देखा गया है। कहा जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है।
इसके कारण भी प्राकृतिक नहीं बताए जा रहे हैं। कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के लिए 20 जनरलों को गिरफ्तार किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2012 से रूस के राष्ट्रपति पुतिन के करीबी सहयोगी रहे शोइगू पिछले कुछ हफ्तों से लापता हैं। रूसी-इजरायल के व्यवसायी लियोनिद नेवज़लिन ने भी पुतिन और उनके करीबी सलाहकारों और सैन्य नेताओं के बीच एक बड़ी दरार के बारे में सनसनीखेज दावा किया था।
वायरल हुआ था पुतिन का वीडियो
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के दो दिन पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो गया था। वीडियो में पुतिन रूस को विदेश खुफिया सेवा के प्रमुख सर्गेई नारिश्किन से डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता पर अपने रुख के बारे में स्पष्ट रूप से बोलने के लिए कहते हुए देखा गया था। नारिश्किन को भी उनके सबसे करीबी सहयोगियों में गिना जाता है।
फटकार लगाने से नहीं कतराते हैं पुतिन
आपको बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने शीर्ष-रैंकिंग अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करने से नहीं कतराते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक और तस्वीर में पुतिन एक बैठक के दौरान रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और अन्य से कुछ दूरी पर बैठे दिख रहे हैं। इससे रूसी राष्ट्रपति और उनके शीर्ष अधिकारियों के बीच मतभेद के बारे में अटकलें लगाई गईं। कई लोगों का कहना है कि पुतिन अपने आंतरिक दायरे में यूक्रेन के विषय पर कोई अस्पष्टता नहीं चाहते थे।
शिकार तक पर भी पुतिन के साथ जाते थे शोइगु
पुतिन के लंबे समय से विश्वासपात्र को 2012 में रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया था। सर्गेई शोइगु उस समय शीर्ष पर थे जब रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। कुछ लोग कहते हैं कि शोइगु शिकार यात्राओं पर रूसी राष्ट्रपति के साथ जाते हैं।
न्यूक्लियर टीम को किया था अलर्ट
24 फरवरी को यूक्रेन में रूसी सेना के घुसने के तुरंत बाद वह रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ही थे जिन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निर्देश पर रूस के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखा था।