जेलेंस्की से मुलाकात, बाइडन से बात और फिर पुतिन को कॉल, क्या दिल्ली में ही होगा सीजफायर?
रूस-यूक्रेन जंग का अंत क्या दिल्ली से होगा? चंद घंटों में जो कुछ हुआ, वो तो यही इशारा करता है. पीएम नरेंद्र मोदी जब जेलेंस्की से मिलने यूक्रेन गए, अमेरिका समेत पूरी दुनिया की नजर थी कि शायद सीजफायर का कोई संदेश आए.
तब तो कोई बयान नहीं आया. लेकिन मोदी के भारत लौटते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने तुरंत फोन मिला दिया. पीएम मोदी से पूछा-क्या बात हुई? जैसे ही ये खबर सामने आई कि बाइडन-मोदी में कुछ बात हुई है, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी के बीच बातचीत की खबर सामने आ गई. ऐसे में ये सवाल वाजिब है कि क्या यूक्रेन संकट का हल भारत निकालेगा?
पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि बातचीत और कूटनीति के जरिए ही यूक्रेन संकट का हल निकाला जा सकता है. युद्ध किसी संकट का समाधान नहीं है. 23 अगस्त को जब पीएम मोदी यूक्रेन पहुंचे और वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिले, तब भी उन्होंने ये बात दोहराई. ये भी कहा कि अगर शांति बनाने में भारत कोई मदद कर सकता है, तो हम तैयार हैं. पहले तो पीएम मोदी के यूक्रेन जाने की टाइमिंंग और मकसद पर सवाल उठे. कहा गया कि जब जंग और तनाव चरम पर है, तो क्या हासिल होगा. लेकिन मोदी के लौटते ही काफी कुछ बदल गया. मोदी, बाइडन, जेलेंस्की और अब पुतिन के बीच बातचीत से कुछ रास्ता निकलता नजर आ रहा है.
इन 5 मुद्दों पर चर्चा
1.पीएम मोदी ने पिछले महीने की अपनी रूस यात्रा को याद किया और पुतिन से कहा-यह काफी सफल आयोजन था.
2.दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की. भारत-रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया.
3.सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण एशिया से लेकरलेकर दुनिया के कई इलाकों में चल रहे तनाव पर भी दोनों ने बात की.
4.सबसे ज्यादा वक्त दोनों नेताओं ने रूस यूक्रेन जंग पर दिया. पीएम मोदी ने पुतिन को अपनी यूक्रेन यात्रा के बारे में बताया. संघर्ष के स्थायी और शांतिपूर्व समाधान के लिए बातचीत करने को कहा.
5.पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए हामी भर दी है. अक्तूबर में पीएम मोदी रूस के दौरे पर जाएंगे. इसके अलावा
दोनों नेता संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए. ये भी कहा कि आगे वे फिर बातचीत करेंगे.
बातचीत पर रूस ने क्या कहा?
पीएम मोदी और पुतिन के बीच बातचीत पर रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की ओर से भी बयान जारी किया गया. इस बात की पुष्टि तो की गई कि मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई, लेकिन और कोई भी जानकारी नहीं दी गई. यूक्रेन के ताबड़तोड़ हमले के बाद दो दिन पहले पुतिन ने ऐलान किया था कि अब यूक्रेन से कोई बातचीत नहीं हो सकती. इसके बाद का नया घटनाक्रम काफी कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है.