देवेंद्र फडणवीस को दोस्त राज ठाकरे का खत, आपने तो मिसाल ही कायम कर दी
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर तमाम नेताओं ने हैरानी जताई है। कुछ नेताओं ने उन पर डिप्टी सीएम का पद स्वीकारने पर तंज कसा है तो कुछ लोगों ने भाजपा के फैसले पर ही सवाल उठाए हैं।
इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने मराठी में लिखा पत्र ट्वीट किया है। राज ठाकरे ने खुद को देवेंद्र फडणवीस का मित्र बताते हुए लिखा, ‘सबसे पहले तो आपको महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभालने के लिए बधाई। यह सोचा गया था कि आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।’
यही नहीं राज ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस की ओर से डिप्टी सीएम बनने पर राजी होने की भी तारीफ की है। उन्होंने कहा कि आप पहले लगातार पांच साल राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। आपने वर्तमान सरकार को लाने के लिए बहुत मेहनत की है और इन सबके बावजूद आपने अपनी चिंताओं को दरकिनार कर पार्टी को ध्यान में रखकर उपमुख्यमंत्री का पद संभाला है। आपने अपने कार्यों से दिखाया है कि पार्टी का आदेश किसी भी व्यक्ति की आकांक्षाओं से बड़ा होता है। यही नहीं उन्होंने कहा कि आपने जो किया है, उसे देश और राज्य के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा याद किया जाएगा।
देवेंद्र फडणवीस को लेकर राज ठाकरे ने कहा, ‘आपका फैसला इस बात का सार है कि आखिर पार्टी का अनुशासन क्या होता है। उन्होंने कहा कि आपका यह पद स्वीकार करना ऐसे ही है कि जैसे धनुष के जरिए लक्ष्य हासिल करने के लिए रस्सी को पहले खींचा जाए और फिर तीर छोड़ा जाए। हालांकि सिसायत में कई बार ऐसा नहीं होता है। एक बात तो तय है कि आपने महाराष्ट्र के सामने पहले ही अपनी काबिलियत साबित कर दी है। इसलिए आपको देश की बेहतरी के लिए कड़ी मेहनत करने का मौका मिलता है। एक बार फिर बधाई! आपका दोस्त, राज ठाकरे।’
उद्धव ठाकरे पर भी इशारों में किया था ट्वीट
गौरतलब है कि इससे पहले राज ठाकर ने गुरुवार को भी एक ट्वीट किया था, जिसे लेकर चर्चा हुई थी। उन्होंने लिखा था कि यदि कोई व्यक्ति अपने सौभाग्य को ही कर्तव्य समझ लेता है तो फिर उसका पतन शुरू हो जाता है। उस ट्वीट को उद्धव ठाकरे से जोड़कर देखा जा रहा था, जिन्हें महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।