राहुल गांधी ने पूरी तरह से बंगला किया खाली, शशि थरूर ने ट्वीट कर की तारीफ, सोमवार को सौंपेंगे चाबी
पिछले महीने लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को 12, तुगलक लेन स्थित अपना सरकारी बंगला पूर्ण रूप से खाली कर दिया.
राहुल गांधी शनिवार को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण बंगले की चाबियां लोकसभा सचिवालय को नहीं सौंप पाए. संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद लोकसभा सचिवालय की तरफ से भेजी गई नोटिस के मुताबिक आज बंगला खाली करने का आखिरी दिन था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने घर से अपना सामान निकाल लिया था. फिलहाल वह अपनी मां सोनिया गांधी के साथ रह रहे हैं और एक घर की तलाश में हैं.
इससे पहले 14 अप्रैल को ही राहुल गांधी ने अपनी कुछ निजी चीजें और अपना ऑफिस सोनिया गांधी के बंगले में शिफ्ट कर लिया था. राहुल गांधी करीब 2 दशक से इस बंगले में रह रहे थे. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने राहुल गांधी के इस कदम की ट्वीट कर तारीफ की. उन्होंने कहा कि लोकसभा सचिवालय के आदेश के तहत राहुल गांधी ने अपना घर खाली कर दिया. कोर्ट ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया है. लेकिन उनके इस फैसले से नियमों के प्रति सम्मान प्रदर्शित होता है.
सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च को गांधी को मानहानि का दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद वह सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए गए थे. उन्होंने सूरत की सत्र अदालत में मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश को चुनौती दी थी, जिसने सजा को रद्द करने की उनकी अपील को खारिज कर दिया था. पार्टी ने कहा है कि सत्र अदालत के आदेश को अगले हफ्ते गुजरात उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी. लोकसभा सचिवालय ने अयोग्य ठहराए जाने के अगले दिन राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने को कहा था.
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी अपना स्वतंत्र कार्यालय स्थापित करने के लिए जगह की तलाश में हैं. कुछ साल पहले प्रियंका गांधी वाड्रा को भी एसपीजी सुरक्षा कवर हटाए जाने के बाद लोधी एस्टेट स्थित बंगला खाली करने के लिए कहा गया था. राहुल गांधी पहली बार 2004 में उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद चुने गए और 2019 में उन्होंने वायनाड से लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी.