परमा एकादशी को करें 5 उपाय, बढ़ेगा धन-यश, साढ़ेसाती-ढैय्या और सभी दुखों का होगा अंत
इस साल परमा एकादशी का व्रत 12 अगस्त दिन शनिवार को है. इसे अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी भी कहते हैं. परमा एकादशी की तिथि की शुरूआत 11 अगस्त शुक्रवार को सुबह 05 बजकर 06 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति 12 अगस्त शनिवार को सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर होगी.
द्वादशी युक्त एकादशी तिथि में ही व्रत रखने का महत्व है. परमा एकादशी का व्रत श्रावण अधिक मास में शनिवार के दिन है. इस एक व्रत से आपको भगवान शिव, श्रीहरि विष्णु, वीर हनुमान और न्याय के देवता शनि महाराज की कृपा प्राप्त हो सकती है. सावन माह का हर दिन भगवान शिव की पूजा के लिए है और एकादशी को विष्णु पूजा करते हैं. शनिवार हनुमान जी और शनि देव की आराधना के लिए है. इस तरह से आप 12 अगस्त को 5 आसान ज्योतिष उपायों से इन चारों देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. आपके धन और यश में वृद्धि होगी, साथ ही सभी दुखों का अंत भी होगा. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं इस साल परमा एकादशी के उपायों के बारे में.
परमा एकादशी 2023: 5 आसान उपाय
1. धन, यश और मोक्ष के लिए: जो व्यक्ति विधिपूर्वक परमा एकादशी का व्रत और विष्णु पूजा करता है. उसे धन, यश और मोक्ष मिलता है. इस दिन आप पूजा के समय भगवान विष्णु के मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें. यह मंत्र सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करता है. विष्णु पूजा के समय तुलसी के पत्ते और पंचामृत का उपयोग अवश्य करें.
2. दुखों से मुक्ति के लिए: 12 अगस्त को परमा एकादशी के दिन उस मंदिर में जाएं, जहां पर पीपल का पेड़ हो. वहां भगवान विष्णु की पूजा करें. फिर पीपल की जड़ को जल से सींचे. उसके बाद उसके नीचे घी का दीप जलाएं. एक तेल का दीपक शनि देव के लिए जलाएं. इस उपाय को करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है. भगवान विष्णु, ब्रह्म देव और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. शनि देव की कृपा से साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव खत्म होता है.
3. भगवान हरिहर के आशीर्वाद के लिए: हरि भगवान विष्णु और हर महादेव को कहते हैं. परमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, हल्दी, पीला चंदन, बेसन के लड्डू, केला अर्पित करें. वहीं भगवान शिव को दूध में केसर मिलकार चढ़ाएं. इससे आपको भगवान हरिहर का आशीर्वाद प्राप्त होगा. धन लाभ होगा, भाग्य मजबूत होगा, विवाह का योग बनेगा और दांपत्य जीवन की समस्याएं दूर होंगी. ग्रह दोष भी दूर हो जाएंगे.
4. संकटों से रक्षा के लिए: शनिवार की परमा एकादशी को मंदिर में हनुमान जी की पूजा करें. सरसों के तेल का दीपक जलाएं. उनको गुड़, चना और केले का भोग लगाएं. फिर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होंगे और शनि देव की भी कृपा प्राप्त होगी. दोनों के आशीर्वाद से संकटों से रक्षा होगी.
5. सुख, शांति और समृद्धि के लिए: परमा एकादशी को आप घर में लगे तुलसी के पौधे को ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा में रख दें. सुबह एकादशी पूजा के बाद तुलसी की पूजा करें. उसे जल से सींचे और परिक्रमा करें. शाम के समय में तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं. इस उपाय से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है.