कानपुर हिंसा में सामने आया एंटी CAA और NRC लिंक, भाजपा बोली- पूर्व नियोजित दंगा

0 84

कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता के रूप में स्थानीय मुस्लिम नेता हयात जफर हाशमी की पहचान हुई है।

वह पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में 40 नामजद आरोपियों में से एक है। जानकारी मिल रही है कि पुलिस ने हयात जफर को गिरफ्तार किया गया है। हाशमी की गिरफ्तारी इसलिए अहम है क्योंकि अतीत में वह कथित रूप से नागरिक संशोधन अधिनियम (CAA)और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हो चुका है। वहीं, मामले में भाजपा ने इसे पूर्व नियोजित हिंसा करार दिया। कहा कि इसे जानबूझकर पीएम, राष्ट्रपति और सीएम के जिले में होने के दौरान अंजाम दिया गया।

एंटी सीएए और एनआरसी का लिंक

कानपुर पुलिस का कहना है कि मौलाना मुहम्मद जौहर अली फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने टीवी में डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में बाजार बंद का आह्वान किया था। इंडिया टुडे के मुताबिक, अतीत में, हाशमी कथित रूप से कानपुर में प्रस्तावित सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों में भी शामिल था। जानकारी है कि हाशमी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

हाशमी ने लोगों को उकसाया

आरोप है कि हाशमी ने लोगों को उकसाया, जिसके बाद पथराव हुआ और दो समुदायों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई पुलिस कर्मियों सहित 30 से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस कुछ आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

आरोपियों के घर बुलडोजर कार्रवाई

अतिरिक्त महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने चेतावनी दी है कि इसमें शामिल लोगों पर कठोर गैंगस्टर अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उनकी संपत्ति को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा। प्राथमिकी में नामित अन्य आरोपियों में एहितशम कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम, अजीजुर, आमिर जावेद, इमरान काले, यूसुफ मंसूरी शामिल हैं। 1,000 से अधिक अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दंगा और हिंसा को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

पीएफआई का नाम भी सामने आया

पुलिस ने कहा कि रात भर की छापेमारी के बाद अब तक 35 गिरफ्तारियां की गई हैं, और वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के जरिए हिंसा में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से भी लिंक की जांच की जा रही है।

दंगा क्षेत्र में फिलहाल शांति

एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हम पहले ही कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले चुके हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि किसी भी दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, हम हर चीज पर नजर रखे हुए हैं। तिवारी ने कहा कि वर्तमान में हिंसक प्रभावित क्षेत्र में शांति है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 12 थानों से पीएसी और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बीच आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है।

भाजपा बोली- पूर्व नियोजित हिंसा

उत्तर प्रदेश के एमएलसी और भाजपा नेता मोहसिन रजा ने दावा किया कि कानपुर में हुई हिंसा एक पूर्व नियोजित साजिश थी जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले में रहने के दौरान अंजाम दिया गया था। कहा कि दंगों के पीछे, राजनीतिक एजेंडा हो सकता है और जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि मुख्य आरोपी व्यक्ति के पीएफआई और सिमी से कनेक्शन की जांच की जानी चाहिए ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें फंडिंग कहां से मिली।

गौरतलब है कि झड़प उस समय हुई जब एक समूह ने दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, जिसका दूसरे समूह ने विरोध किया। इससे तनाव बढ़ गया और पथराव किया गया, कच्चे बम फेंके गए। जिसके बाद उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

Leave A Reply

Your email address will not be published.