कैसे मुंबई में सेल्समैन का काम करने वाला पीयूष जैन बन गया धनकुबेर, दिलचस्प है सफर
कानपुर के चर्चित व्यवसायी पीयूष जैन जिन्हें कथित तौर पर 31 करोड़ रुपये से अधिक के कर की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, बहुत सामान्य जीवन बिताते थे।
उनके पड़ोसियों ने बताया कि वह स्कूटर से ही आना जाना करते थे, बहुत सादे कपड़े पहनते थे और किसी के काम में दखल भी देते थे। चलिए जानते हैं उनके पड़ोसियों से कि मुंबई में सेल्समैन का काम करने वाला पीयूष जैन कैसे खरबपति बना।
कानपुर के परफ्यूम कारोबारी पीयूष जैन को उनके बंगले पर 120 घंटे की छापेमारी के बाद आयकर और जीएसटी खुफिया महानिदेशालय की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया था। छापेमारी के दौरान जैन के पास से लगभग 300 करोड़ रुपये की नकदी (नवीनतम आंकड़ों के अनुसार) बरामद की गई। दुबई में दो सहित संपत्तियों के दस्तावेज और विदेशी चिह्नों वाला सोना भी जब्त किया गया।
पीयूष जैन के घर पर कानपुर में छापेमारी खत्म होने के साथ ही मंगलवार को अवैध तरीके से कमाए गए पैसे और अन्य सबूतों की तलाश पूरी हुई। इंडिया टुडे से बातचीत में जैन के पड़ोसियों ने बताया कि वह सादा जीवन व्यतीत करते थे। वह (पीयूष जैन) स्कूटर से यात्रा करते थे। वह बहुत ही साधारण कपड़े पहनकर कार्यक्रमों में शामिल होते थे। वह दूसरों के मामलों में दखल नहीं देते थे और लो प्रोफाइल रखते थे।
एक पड़ोसी के अनुसार, पीयूष जैन के दादा फूलचंद जैन कपड़े बनाने के व्यवसाय में थे। उनका एक भाई है जिसका नाम अंबरीश है। दोनों ने कानपुर यूनिवर्सिटी से केमिस्ट्री में मास्टर्स डिग्री हासिल की है।
तंबाकू के बाद परफ्यूम कारोबार तक का सफर
अपने परफ्यूम कारोबार की शुरुआत के बारे में एक अन्य पड़ोसी ने बताया कि पीयूष जैन मुंबई की एक कंपनी में सेल्समैन का काम करता था। रसायन विज्ञान में एक्सपर्ट होने के कारण, उन्होंने साबुन, डिटर्जेंट आदि बनाने का काम शुरू कर दिया। जैसे-जैसे पीयूष बड़े हुए, उन्होंने पारिवारिक व्यवसाय संभाला और साबुन और डिटर्जेंट भी बनाने लगे। वहां से उन्होंने गुटखा और तंबाकू उत्पादों के लिए खाद्य यौगिक बनाने का काम शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने परफ्यूम का कारोबार शुरू किया। फिर पीयूष जैन अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए कन्नौज से कानपुर चले गए।
पीयूष जैन के तीन बच्चे हैं – एक बेटी नीलांशा, जो शादीशुदा है और एक पायलट है। उनके दो बेटे प्रत्यूष और प्रियांश हैं। आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान उनके पिता महेश चंद्र जैन इलाज के लिए दिल्ली में थे।
इस बीच, पीयूष जैन से भारी भरकम नकदी की जब्ती ने उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा के बीच राजनीतिक युद्ध छेड़ दिया है। दोनों दल पीयूष जैन द्वारा कर चोरी के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।