जम्मू में आतंकी हमले के बाद अलर्ट, पुंछ और राजौरी में तैनात होंगे CRPF के 1800 अतिरिक्त जवान

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जम्मू में आतंकी हमले के इनपुट के बाद केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. इसके बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर अतिरिक्त सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर भेजे गए हैं.

इसके अंतर्गत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 1800 अतिरिक्त जवान पुंछ और राजौरी तैनात किए जाएंगे, जिसमें से 1000 जवान दिल्ली से भेजे गए हैं.

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में कुछ घंटों के भीतर ही हुए दो आतंकवादी हमलों में छह लोगों की मौत और 11 अन्य के घायल होने के खिलाफ सीमावर्ती शहर पुंछ बुधवार को लगातार दूसरे दिन बंद रहा, जबकि पूरे जम्मू क्षेत्र में इन हत्याओं के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि बंद को देखते हुए सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

अल्पसंख्यकों के इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग

आतंकवादी हमले के खिलाफ दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान जिले में बंद है और सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सर्द मौसम के बावजूद तख्तियों के साथ सड़कों पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और टायर जलाए एवं जम्मू क्षेत्र में अल्पसंख्यकों के इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की. कठुआ जिले में प्रदर्शकारी कालीबाड़ी के नजदीक राजमार्ग पर जमा हुए और सड़क बाधित कर दी जिसकी वजह से एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा.

कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने निकाला जुलूस

लक्षित हत्या की वजह से घाटी से अन्यत्र स्थानांतरण की मांग कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने राजौरी में हुए दोहरे हमले के खिलाफ जम्मू में मोमबत्ती जुलूस निकाला. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हमने हत्याओं के खिलाफ मोमबत्ती जुलूस निकाला. जम्मू-कश्मीर में हिंदू सुरक्षित नहीं है और सरकार को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.’ उधमपुर, अखनूर, कटड़ा, रियासी, सांबा, किश्तवाड़ और डोडा जिलों में भी कई स्थानों पर राजौरी हमले के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. जम्मू और राजौरी के वकीलों ने भी इन हत्याओं के खिलाफ बंद रखा.

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