क्या HMPV की जाड़े से दोस्ती और गर्मी से दुश्मनी है? कोरोना की चाल से उलट चलता है ये वायरस, क्या कहते हैं डॉक्टर
कहा जा रहा है कि चीन में कोरोना की तरह एक वायरस आया है जो वहां के लोगों को भारी परेशान कर रहा है. सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया जा रहा है कि चीन के अस्पतालों में इस वायरस से भारी भीड़ है लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है.
सोशल मीडिया पर जो कुछ दिखाया जा रहा है या जो कुछ दावा किया जा रहा है उसकी सत्यता प्रमाणित नहीं है लेकिन एचएमपीवी वायरस सर्दियों में ज्यादा अटैक करता है. वहीं अगर आप कोरोना को याद करें तो यह गर्मियों में ज्यादा तांडव मचाया था. उस अप्रैल को याद कीजिए जिसमें लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या HMPV की जाड़े से दोस्ती है और गर्मी से दुश्मनी. क्या यह कोरोना से उल्टा चलता है. इस विषय पर हमने फोर्टिस अस्पताल, मानेसर में पल्मोनोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ. कर्ण मेहरा से बात की.
हां, HMPV वायरस की जाड़े से दोस्ती है
डॉ. कर्ण मेहरा ने बताया कि निश्चित तौर पर HMPV वायरस का जाड़े से दोस्ती है और गर्मी से दुश्मनी. इसके लिए आपको यह समझना होगा कि HMPV वायरस कोई नया नहीं है. चीन में जो कुछ हुआ है या नहीं हुआ है, उस विषय पर हम कुछ नहीं कह सकते लेकिन जहां तक HMPV वायरस का सवाल है तो यह नया नहीं है और इसके बारे में हमलोग काफी कुछ जानते हैं. डॉ. कर्ण मेहरा ने कहा कि फ्लू जैसे जितने भी वायरस होते हैं उनमें से अधिकांश सर्दियों में ही पनपते हैं. सर्दी में यह आसानी से खुद को ढाल लेते हैं और खुद को विकसित कर लेते हैं. दूसरी बात यह कि इस तरह के वायरस 40 डिग्री से नीचे के तापमान पर ही पनपते हैं. इसलिए यह वायरस सर्दियों में ही आते हैं और लोगों को संक्रमित करते हैं. इसलिए कहा जा सकता है कि HMPV वायरस की जाड़े से दोस्ती है. वहीं HMPV वायरस के मामले पहले भी यहां आते रहे होंगे. चूंकि इसका टेस्ट बहुत महंगा है, इसलिए आमतौर पर इसका अलग से टेस्ट नहीं कराया जाता है. यह टेस्ट हर जगह होता भी नहीं है. दूसरा इसके लक्षण बहुत मामूली होते हैं, ज्यादातर मामलों में यह अपने आप ठीक हो जाता है. जिस तरह इंफ्लूएंजा के लक्षण आते हैं, उसी तरह से इसके भी लक्षण है, इसलिए मामूली दवाइयों से इस बीमारी को ठीक कर लिया जाता है.
कोरोना का मौसम से संबंध नहीं
डॉ. कर्ण मेहरा ने बताया कि जहां तक कोरोना का सवाल है तो कोरोना वायरस बहुत नया था. इसके बारे में लोगों को पहले से कुछ नहीं पता था और देखा गया है कि इसका मौसम से कोई संबंध नहीं था. अगर गर्मी में कोरोना के मामले बढ़े तो यह महज संयोग मात्रा रहा होगा. वैसे कोई भी वायरस सर्दी में ज्यादा पनपते हैं. इस लिहाज से कोरोना वायरस जरूर उलट था. इसलिए हम पक्के तौर पर यह भी नहीं कह सकते कि कोरोना वायरस जाड़े में नहीं पनपता.
HMPV वायरस नया नहीं
मैक्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर शरद जोशी ने बताया कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है. HMPV से जुड़े मरीज उनकी ओपीडी में भी पहले आ चुके हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने में इनफ्लुएंजा ए, इनफ्लुएंजा बी, और एच3एन2 जैसे अन्य वायरल संक्रमणों के भी मरीज उनके पास आए, लेकिन इनमें से कोई भी गंभीर स्थिति में नहीं था. डॉक्टर शरद जोशी के मुताबिक सभी मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. हालांकि, कुछ मामलों में वायरस ने हार्ट पर असर डाला. जिससे मरीजों को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा. उन्होंने बताया कि जिन मरीजों का इम्युनिटी सिस्टम बेहतर था, वे वायरस से जल्दी उबर गए और स्वस्थ होकर घर लौट गए.