Gupt Navratri 2024: इस दिन से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, ज्योतिषी से जानें पूजा का महत्व और शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में नवरात्रि सबसे पवित्र पर्व में से है. नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा आराधना की जाती है. माना जाता है कि साल भर में कुल चार नवरात्रि के व्रत रखे जाते हैं.
शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी की जाती है. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है. इससे भक्त के सभी तरह के कष्ट समाप्त हो जाते हैं और माता दुर्गा की विशेष कृपा बरसती है. तो आईये देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते हैं कि नए साल की पहली गुप्त नवरात्रि की शुरुआत कब से होने जा रही है.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 केंद्र संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि साल भर में कुल चार नवरात्रि मनाया जाते हैं. एक चैत्र नवरात्रि एक शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि है. वहीं माघ महीने के गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 10 फरवरी से होकर 18 फरवरी तक चलने वाली है. गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ रूपों की पुजा और माता काली की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है.
तंत्र-मंत्र की विद्या और साधना के लिए गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है, जो भक्त गुप्त नवरात्रि करते हैं उन्हें सारे कष्ट एवं संकटों से मुक्ति मिल जाती है. गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक, साधक और अघोरी तंत्र-मंत्र की सिद्धि पाने के लिए गुप्त साधना करते हैं.
घट स्थापन का शुभ मुहूर्त
गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 10 फरवरी को होने जा रही है और इसका समापन 18 फरवरी को होने वाला है. वहीं गुप्त नवरात्रि में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 10 फरवरी को सुबह 8 बजकर 23 से लेकर सुबह 10 बजकर 15 मिनट तक रहने वाला है.
गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के इन 9 रूपों की होती है पूजा:
पहला दिन मां काली
दूसरा दिन मां तारा
तीसरा दिन मां त्रिपुर सुंदरी
चौथा दिन मां भुवनेश्वरी
पांचवा दिन मां छिन्नमस्तिका
छठा दिन मां त्रिपुर भैरवी
सातवां दिन मां धूमावती
आठवां दिन मां बगलामुखी
नौवां दिन मां मातंगी
दसवां दिन मां कमला.