भारत में ओमिक्रॉन से पहली मौत, राजस्थान में बुजर्ग मरीज ने तोड़ा दम
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को भारत में COVID-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण पहली मौत की पुष्टि की है। राजस्थान के उदयपुर के एक व्यक्ति की पिछले सप्ताह मौत हो गई थी और उसमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज यह जानकारी दी है। मंत्रालय के मुताबिक, व्यक्ति के नमूने के जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई थी। वहीं, बाद में दो बार जांच में संक्रमण की नेगेटिव रिपोर्ट आई और 31 दिसंबर को उदयपुर के अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।
उदयपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर दिनेश खराडी ने बताया कि व्यक्ति की मौत कोविड के बाद निमोनिया से हुई और वह पहले से भी मुधमेह, उच्च रक्तचाप और हाइपोथायराइडिज्म से पीड़ित थे। व्यक्ति 15 दिसंबर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए थे और उनमें बुखार, खांसी और राइनिइटिस जैसे लक्षण थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके जांच के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए और 25 दिसंबर को मिली रिपोर्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। बाद में 21 दिसंबर और 25 दिसंबर को जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आई।
दुनिया में 108 लोगों की जा चुकी है जान
एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अब तक 108 लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्रालय ने कहा, “देश ने पिछले आठ दिनों में नए सीओवीआईडी -19 मामलों की संख्या में 6.3 गुना वृद्धि दर्ज की है।” स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि प्रसार चिंता का विषय है।
लोगों को समारोह से बचने की सलाह
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ICMR के प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने लोगों से सार्वजनिक समारोहों से बचने की सलाह दी है। मंत्रालय के अनुसार, देश में ओमिक्रॉन के 2,135 मामले सामने आए हैं, जिसमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक और उसके बाद दिल्ली में दर्ज किए गए हैं।
कई राज्यों ने बढ़ाई चिंता
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, झारखंड और गुजरात चिंता के राज्य हैं जहां COVID-19 मामलों में वृद्धि हुई है।