क्या कोरोना के नए वैरिएंट Omicron BF.7 को रोक पाएगी वैक्सीन? डॉक्टर से जानें सच्चाई
कोविड-19 के नए वैरिएंट Omicron BF.7 को लेकर लोगों के बीच डर का माहौल है. चीन समेत कई देशों में इस वक्त कोविड के हालात भयावह हो गए हैं.
एक्सपर्ट्स की मानें तो भारत में नए वैरिएंट का ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा, क्योंकि यहां वैक्सीनेशन बड़े पैमाने पर किया जा चुका है. तमाम लोग इस वक्त कोविड से बचने के लिए कोरोना की बूस्टर डोज लगवा रहे हैं. अब सवाल उठता है कि क्या कोरोना की मौजूदा वैक्सीन नए वैरिएंट BF.7 के संक्रमण से बचाने में मदद करेगी? इस बारे में एक्सपर्ट से जरूरी बातें जान लेते हैं.
क्या कोरोना के नए वैरिएंट से बचाएगी वैक्सीन?
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और एनडीएमसी के पूर्व सीएमओ डॉ. अनिल बंसल के मुताबिक कोरोना वायरस बार-बार म्यूटेट हो जाता है और नए वैरिएंट निकलकर सामने आते हैं. म्यूटेशन के बाद वायरस में कई बदलाव आ जाते हैं और पुरानी वैक्सीन का असर उस पर कम हो जाता है. शुरुआत में वैक्सीन वायरस के अनुसार बनाई गई थी, लेकिन अब तक कई वैरिएंट आ चुके हैं. कोविड का नया वैरिएंट ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है. इससे बचने के लिए वैक्सीन लगवाना ठीक है, लेकिन इस वैक्सीन का नए वैरिएंट पर कितना असर होगा, यह रिसर्च के बाद ही पता चल पाएगा. अभी तक कोविड का कोई सटीक इलाज नहीं है, ऐसे में वैक्सीन लगवाने में कोई नुकसान नहीं है.
वैक्सीन लगवाने से पहले ये बातें रखें ध्यान
डॉक्टर का कहना है कि वैक्सीन लोगों के शरीर में पहुंचकर कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी बनाती है, जिससे संक्रमण के खिलाफ बचाव करने में मदद मिलती है. कई बार इंफेक्शन होने के बाद शरीर में नेचुरल तरीके से एंटीबॉडी बन जाती हैं. ऐसे में अगर आप हेल्दी है तो वैक्सीन लगवा सकते हैं. जो लोग किसी गंभीर बीमारी या इंफेक्शन से जूझ रहे हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर से जरूर मिल लेना चाहिए. डॉक्टर की सलाह के बिना वैक्सीन लगवाने से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
डॉ. अनिल बंसल कहते हैं कि नए वैरिएंट से बचने के लिए लोगों को प्रीकॉशन यानी सावधानियां बरतनी चाहिए. यह वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है. प्रीकॉशन वैक्सीन से ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं. लोगों को मास्क लगाना चाहिए, भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना चाहिए और हाथों को सैनिटाइज करते रहना चाहिए. जो लोग किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं या उनकी इम्यूनिटी वीक है, ऐसे लोगों को वायरस से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.