अमृतपाल के मां-बाप बोले- बेटे ने शेर की तरह सरेंडर किया, पुलिस ने कहा- उसके पास कोई और​ रास्ता नहीं था

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पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि एक महीने से अधिक समय से फरार चल रहे सिख अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh Arrested) को एक बड़े अभियान के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.

खालिस्तानी नेता अमृतपाल हत्या के प्रयास, कानून प्रवर्तन में बाधा और वैमनस्य पैदा करने सहित कई आरोपों में वांछित था. वहीं, अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर (Amritpal Mother Statement) ने अपने बेटे के आत्मसमर्पण पर कहा कि उन्हें गर्व महसूस हुआ कि उसने एक योद्धा की तरह आत्मसमर्पण किया है. न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगी और जल्द उनसे मिलेंगी.

अमृतसर में अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा, ‘हमें टीवी के माध्यम से पता चला कि अमृतपाल ने खुद को पुलिस के सामने पेश किया है. अगर सरेंडर करने की बात होती, तो वह इधर भी किया जा सकता था, लेकिन जो ड्रामा होना था वह हो गया. हमें मान महसूस हो रहा है कि उसने सिख रूप में सरेंडर किया.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम केस लड़ेंगे क्योंकि वह कौम के लिए काम कर रहा था. वह नशे के ख़िलाफ़ काम कर रहा था, लोगों को बचाने का काम कर रहा था. जो नौजवानों को बचा रहा था सरकार उसको बदनाम कर रही है. सरकार नशा खत्म करने वाले को खत्म कर रही है.’

बता दें कि अमृतपाल सुर्ख़ियों में तब आया था तलवारों, चाकुओं और बंदूकों से लैस होकर उसके समर्थकों ने मार्च में एक पुलिस थाने पर धावा बोला था. वहीं पुलिस नेबताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि अमृतपाल मोगा जिले के पास रोडे गांव में मौजूद है और उसने गांव के सभी मार्गों को बंद करने के लिए बड़ी संख्या में कर्मियों को तैनात किया है. अधिकारीयों ने आगे कहा कि वह एक गुरुद्वारे के अंदर था, और उन्होंने उसे गिरफ्तार करते समय गुरुद्वारे की गरिमा बनाए रखी थी.

साथ ही अधिक जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुखचैन सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने आज सुबह करीब 6:45 बजे गांव रोडे से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने अमृतपाल को संयम से घेर लिया था और उसके पास बचने का कोई रास्ता नहीं था. पुलिस अधिकारी ने कहा, “अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत डिब्रूगढ़ भेजा गया है और उससे गहन पूछताछ की जाएगी.”

राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम सरकार को संदिग्धों को एक साल तक बिना मुकदमे के हिरासत में रखने की अनुमति देता है, अगर उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जाता है. पुलिस ने पंजाब के लोगों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि किसी को भी राज्य में अशांति पैदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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