बीरभूम हिंसा: फुटबॉल ग्राउंड से बरामद हुए क्रूड बम, बुलानी पड़ी बम स्क्वायड टीम
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हथियारों की बरामदगी को लेकर पुलिस को आदेश दिए हैं। इसी कड़ी में पुलिस टीम ने सिकंदर गांव में रविवार को एक फुटबॉल मैदान के पास प्लास्टिक की थैली में क्रूड बम बरामद किए।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि इन बमों को डिफ्यूज करने के लिए केंद्रीय जांच विभाग (सीआईडी) की एक बम स्क्वायड टीम बुलानी पड़ी। क्रूड बमों की बरामदगी ऐसे समय में हुई है जब केंद्रीय जांच ब्यूरो उस हिंसा की जांच के लिए बोगतुई गांव में है जिसमें दो बच्चों सहित आठ लोगों की जलकर मौत हो गई थी।
बीरभूम हिंसा के बाद, पश्चिम बंगाल पुलिस राज्य भर से हथियार और गोला-बारूद बरामद करने के लिए छापेमारी कर रही है। हथियार और गोला-बारूद जब्त करने के लिए चलाए गए अभियान में जगदल, बीजपुर और भाटपारा इलाकों से आठ जिंदा बम, तीन आग्नेयास्त्र बरामद किए जा चुके हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल सीबीआई की टीम आगजनी की जगह पर मौजूद है। टीम ने जले हुए मलबे के नमूने एकत्र किए हैं। केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) ने भी रामपुरहाट शहर के हिंसा प्रभावित गांव में नमूने एकत्र किए हैं।
सीबीआई के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “हम एक महिला और तीन अन्य लोगों से बात करेंगे, जो हिंसा में घायल हो गए थे और अब उनका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।” शनिवार को, एक पुलिस अधिकारी जो आग की घटना के पहले शिकायतकर्ता भी हैं, ने प्राथमिकी में कहा है कि तीव्र गर्मी के कारण दमकल टीम को जले हुए घरों में प्रवेश करने के लिए दस घंटे तक इंतजार करना पड़ा। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि अधिकारी ने यह भी दावा किया कि घरों में आग लगाने के अलावा तोड़फोड़ की गई थी।
उधर, बीरभूम हिंसा ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी के बीच बड़े पैमाने पर राजनीतिक संघर्ष शुरू कर दिया है। भाजपा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए बीरभूम स्थल की तुलना नाजी यातना शिविरों से कर दी है।