बुधवार के दिन कर लें ये 4 उपाय, भाग्य को सौभाग्य में बदल देंगे श्रीगणेश, जानें विधि और समय
बुधवार का दिन बुद्धि व ज्ञान के देवता भगवान श्रीगणेश को समर्पित है. इस दिन कई भक्त गणेश जी की कृपा पाने के लिए व्रत भी करते हैं और कई अपनी समस्याओं से निजात पाने के लिए उपाय भी करते हैं. क्योंकि भगवान श्री गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है.
माना जाता है कि बुधवार के दिन पूजा-पाठ सहित अगर कुछ विशेष उपाय कर लिये जाएं तो इससे व्यक्ति के कार्यों में आ रही कई प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार बुधवार के दिन कौन-कौन से उपाय करना फलदायी माना जाता है.
बुधवार के दिन सिंदूर व दूर्वा के छोटे-छोटे उपाय से करियर में उन्नति, व्यवसाय में वृद्धि सहित कई कार्यों में सफलता प्राप्त की जा सकती है.
करियर में उन्नति के लिए
अगर आप नौकरी में प्रमोशन पाना चाहते हैं और कड़ी मेहनत के बाद भी आपकी तरक्की रुक गई है तो इसके लिए आप बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को निमित्त पूजा करें और फिर उन्हें गंगाजल से धुली 21 दुर्वा व सिंदूर अर्पित करें. जब आप ये अर्पित करें तो इसके साथ “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जप भी अवश्य करें. इस उपाय से आपको कार्यक्षेत्र में उन्नति व सफलता मिलने लगेगी.
व्यापार में वृद्धि के लिए
अगर आचानक से आपके व्यापार में गिरावट आ गई है, ग्राहकों की आवक कम हो गई है तो ऐसे में आप बुधवार के दिन गणेश जी का दुर्वा मिश्रित जल से अभिषेक करें और फिर उन्हें सिंदूर अर्पित करें. अभिषेक करते समय उनसे सच्चे मन से प्रार्थना करें कि वे आपकी मनोकामना पूरी करें व “वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥” मंत्र का 51 बार जाप करें लाभ मिलने लगेगा.
भाग्य को सौभाग्य में बदल देगा ये उपाय
अगर आपका जीवन कई अड़चनों से गुजर रहा है और जो कार्य करने जाते हैं उसमें बाधाएं आ जाती है तो ऐसे में आप बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की मूर्ति के सामने बैठकर उन्हें सिंदूर मिश्रित जल अर्पित करें व उन्हें 21 दूर्वा चढ़ाएं. फिर गणेश जी को सिंदूर अर्पित कर अपने माथे पर व नाभि पर भी सिंदूर लगाएं. इससे आपका दुर्भाग्य दूर होगा व धीरे-धीरे सौभाग्य की वृद्धि होने लगेगी.
बच्चों की शिक्षा में सफलता के लिए
अकसर माता-पिता की शिकायत रहती है कि बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है. ऐसे में बुधवार के दिन एक लाल कपड़ा लेकर उसमें थोड़ा सा सिंदूर, 11दूर्वा और मिश्री रखकर बांठ दें और फिर इसे भगवान गणेश जी के चरणों में समर्पित कर दें. पूजा के बाद इस पोटली को लेकर बच्चे के पढ़ाई वाले स्थान पर रख दें. जल्द ही पढ़ाई में मन लगने लगेगा व एकाग्रता बढ़ेगी.
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