4 शुभ योग में शनि प्रदोष व्रत, शिव कृपा से होगी संतान, जानें मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल
इस साल का पहला शनि प्रदोष व्रत 4 शुभ योग में है. उस दिन पौष शुक्ल द्वादशी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, शुक्ल योग, बालव करण, पूर्व का दिशाशूल और वृषभ राशि में चंद्रमा है.
प्रदोष व्रत के दिन 4 शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुक्ल योग और ब्रह्म योग बन रहे हैं. इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने का विधान है. शिव कृपा से व्यक्ति को सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति होती है. संतानहीन लोगों को यह व्रत करना चाहिए. इस दिन शिव पूजा के साथ शनि पूजा का भी सुंदर संयोग बना है. शिव और शनि कृपा से आपके सभी दुख दूर होंगे और जीवन में सुख-शांति आएगी.
शनि प्रदोष व्रत की पूजा का मुहूर्त शाम को 5 बजकर 43 मिनट से है. व्रती इस मुहूर्त में शिव मंदिर जाएं या घर पर ही शिवलिंग का गंगाजल एवं गाय के दूध से अभिषेक करें. फिर भोलेनाथ को फूल, फल, चंदन, अक्षत्, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, शहद, नैवेद्य, धूप, दीप आदि अर्पित करें. शिव चालीसा और शनि प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें. अंत में आरती से समापन करें. रात में जागरण करके अगले दिन सुबह स्नान दान के बाद पारण करें. शनि दोष से मुक्ति के लिए शनि महाराज को सरसों का तेल, काले तिल, नीले या काले वस्त्र, शमी के पत्ते और फूल आदि अर्पित करें. शनि चालीसा एवं शनि रक्षा स्तोत्र का पाठ करें. शनि देव के आशीर्वाद से आपके दुख दूर होंगे. कंबल, दवाई, कपड़े, लोहा, चूते, चप्पल आदि का दान करें. वैदिक पंचांग से जानते हैं शनि प्रदोष व्रत का मुहूर्त, शुभ योग, चौघड़िया समय, राहुकाल, दिशाशूल, सूर्योदय, चंद्रोदय आदि.
आज का पंचांग, 11 जनवरी 2025
आज की तिथि- द्वादशी – 08:21 ए एम तक, फिर त्रयोदशी – कल, 06:33 ए एम तक, चतुर्दशी
आज का नक्षत्र- रोहिणी – 12:29 पी एम तक, मृगशिरा
आज का करण- बालव – 08:21 ए एम तक, कौलव – 07:25 पी एम तक, तैतिल – कल, 06:33 ए एम तक
आज का योग- शुक्ल – 11:49 ए एम तक, ब्रह्म
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- शनिवार
चंद्र राशि- वृषभ- 11:55 पी एम तक, फिर मिथुन
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:15 ए एम
सूर्यास्त- 05:43 पी एम
चन्द्रोदय- 03:00 पी एम
चन्द्रास्त- 05:52 ए एम, जनवरी 12
शनि प्रदोष मुहूर्त और शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: 07:15 ए एम से 12:29 पी एम
अमृत सिद्धि योग: 07:15 ए एम से 12:29 पी एम
शनि प्रदोष पूजा मुहूर्त: 05:43 पी एम से 08:26 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त: 05:27 ए एम से 06:21 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 12:08 पी एम से 12:50 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:14 पी एम से 02:56 पी एम
अमृत काल: 09:27 ए एम से 10:58 ए एम, कल 03:00 ए एम से 04:32 ए एम तक
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दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 08:34 ए एम से 09:52 ए एम
चर-सामान्य: 12:29 पी एम से 01:48 पी एम
लाभ-उन्नति: 01:48 पी एम से 03:06 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 03:06 पी एम से 04:25 पी एम
रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति: 05:43 पी एम से 07:25 पी एम
शुभ-उत्तम: 09:06 पी एम से 10:48 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 02:10 ए एम से 03:52 ए एम, जनवरी 11
चर-सामान्य: 03:52 ए एम से 05:34 ए एम, जनवरी 11
अशुभ समय
राहुकाल- 09:52 ए एम से 11:11 ए एम
गुलिक काल- 07:15 ए एम से 08:34 ए एम
यमगण्ड- 01:48 पी एम से 03:06 पी एम
दुर्मुहूर्त- 07:15 ए एम से 07:57 ए एम, 07:57 ए एम से 08:39 ए एम
दिशाशूल- पूर्व
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
कैलाश पर – 08:21 ए एम तक, नन्दी पर – कल 06:33 ए एम तक, फिर भोजन में.