दिल्ली में उफान पर यमुना, लगातार बढ़ रहा नदी का पानी, 1 महीने बाद फिर मंडराया बाढ़ का खतरा

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पहाड़ों पर बारिश से जनजीवन प्रभावित है. भूस्खलन से कई इलाकों का आवागमन बाधित है. उधर नदियों में जल स्तर बढ़ने से मैदानी इलाके भी जल भराव से प्रभावित हो रहे हैं.

ऐसे में यमुना का जल स्तर बढ़ने से देश की राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा फिर से मंडराने लगा है.

3 दिनों में यूं बढ़ी यमुना, खतरे के निशान पर नदी

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार दिल्ली में यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर सोमवार दोपहर तीन बजे यमुना का जल स्तर 203.48 मीटर था, वहीं मंगलवार शाम 6 बजे बढ़कर 204.94 हो गया है. यही हाल तीसरे दिन भी रहा. बुधवार की सुबह 5 बजे राजधानी दिल्ली में यमुना का जल स्तर और बढ़कर 205.43 मीटर पर पहुंच गया, जिसकी वजह से दिल्ली वालों की धड़कने बढ़ने लगी हैं.

हथनीकुंड पर ऐसा है पानी का बहाव

हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज पर प्रवाह 30,153 क्यूसेक दर्ज किया गया, वहीं अभी भी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पहाड़ियों में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते यमुना का जलस्तर बढ़ ही रहा है. इससे दिल्ली में नदी का जलस्तर 204.50 मीटर के चेतावनी के निशान को पार गया है. दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं.

जुलाई में आ चुकी है बाढ़

ज्ञात हो कि दिल्ली को जुलाई में बाढ़ से जूझना पड़ा था. इतना ही नहीं, नदी का जल 13 जुलाई को 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. दिल्ली में बाढ़ के कारण 27,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था. इसके अलावा बाढ़ के कराण करोड़ों का नुकसान हुआ था. यमुना नदी 10 जुलाई से लगातार 8 दिन तक खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बहती रही थी.

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