मुम्बा इंडिया इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल (MIIFF) का शानदार लोगो हुआ लांच

शैरन प्रभाकर, सुधीर अत्तावर, त्रिविक्रम बेलथंगड़ी, संदीप सोपारकर और चैताली चटर्जी इस अनोखे फ़िल्म फेस्टिवल के हैं फाउंडर्स

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जनवरी 2023 में होगा पहला मुम्बा इंडिया इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल, वर्ल्ड सिनेमा से लेकर मराठी सिनेमा तक होंगे 6 सेक्शन

मुम्बा इंडिया इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल (MIIFF) के फाउंडर्स शैरन प्रभाकर, सुधीर अत्तावर, त्रिविक्रम बेलथंगड़ी, संदीप सोपारकर और चैताली चटर्जी ने इस अनोखे फ़िल्म फेस्टिवल का शानदार लोगो लांच किया। मुम्बई के फन रिपब्लिक थिएटर में हुए एक भव्य कार्यक्रम में इसके फाउंडर्स ने फ़िल्म महोत्सव के बारे में कई दिलचस्प बातें बताईं। यहां गेस्ट के रूप में ओमपुरी की पत्नी नंदिता पूरी, बॉलीवुड एक्ट्रेस शाज़ान पद्मसी भी मौजूद थीं।

शैरोन प्रभाकर ने ऐड फ़िल्म मेकर एलेक पद्मसी से शादी की थी, जिनकी लड़की शाज़ान पद्मसी हैं। शैरोन प्रभाकर ने कहा कि लोग क्या कहेंगे, अरे इतने सारे फ़िल्म फेस्टिवल हो रहे हैं, ऐसे में यह कराने की जरूरत क्या है, मगर मैं यह सब नहीं सोचती। आपको अपने सपने को पूरा करने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए। रूटीन काम के खिलाफ जाकर मैं करती हूं, और यह एक ऐसा ही फेस्टिवल है जो अलग, यूनिक, एक्साइटिंग होगा। हम महिलाएं मल्टी टास्कर होती हैं, सुबह उठने से लेकर रात तक हम दौड़ते रहते हैं।

सुधीर अत्तावर ने कहा कि इस फ़िल्म फेस्टिवल में हमने 6 सेक्शन रखे हैं। पहली कैटगरी वर्ल्ड सिनेमा की है, सेकन्ड कैटगरी एलजीबीटी कम्युनिटी की है, एक कैटगरी वीमेन फ़िल्म मेकर्स की है। एक कैटगरी फ़िल्म इंस्टिट्यूट के लिए है। पांचवी कैटगरी ऐड फ़िल्म के लिए और छठी कैटगरी मराठी सिनेमा के लिए होगी। एक सेक्शन डांस और म्यूज़िक बेस्ड मूवीज़ का भी होगा। जनवरी 2023 में मुम्बई में पहला एमआईआईएफएफ होगा। जुलाई 2022 से इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होगा।

फ़िल्म फेस्टिवल के फॉउंडर सुधीर अत्तावर ने कहा कि यह फेस्टिवल पैसे कमाने के लिए नही किया जा रहा है। यह शेरोन ने क्रिएट किया है। इस मीनिंगफुल फेस्टिवल में न तो पॉलिटिक्स होगी न कमर्शियल एंगल होगा।

कोरियोग्राफर सन्दीप सोपारकर ने सबसे पहले सुधीर जी और शेरोन प्रभाकर का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मुझे इस फेस्टिवल का हिस्सा बनाने के लिए मैं इनका तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूँ। 22 साल पहले जब मैं मुम्बई आया था तो दूसरे दिन मैं मुंबा देवी के मंदिर का दर्शन करने गया और मैंने उनसे कहा कि आपके नाम पर इस शहर का नाम रखा गया है ऐसा दिन कब आएगा जब मैं आपके नाम से जुड़ पाऊंगा। और आज 22 साल बाद मैं मुंबा इंडिया इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल से जुड़कर काफी खुश हूं। सिनेमा के जरिये हम कल्चर को प्रमोट करेंगे।

त्रिविक्रम बेलथंगड़ी ने बताया कि जब सुधीर जी और शेरोन ने मुझसे इस फेस्टिवल में जुड़ने की बात सामने रखी तो मैंने तुरंत हामी भर दी, क्योंकि इसमें भी एक क्रिएटिव पॉसिबिलिटी है। इस फेस्टिवल के जरिये ऐसी फिल्मों को दिखाया जाएगा जिन्हें दर्शक कभी नहीं देख पाते। नए फ़िल्म मेकर्स के लिए भी द्वार खोले जाएंगे। मैं इस जर्नी से बेहद उत्साहित हूं।

चैताली चटर्जी ने बताया कि शेरोन ने मुझपर भरोसा किया इसके लिए उनका शुक्रिया।

ओमपुरी की पत्नी नंदिता पूरी ने कहा कि इस फेस्टिवल के आयोजन के लिए पूरी टीम को दिल से ढेर सारी बधाई। शेरोन मेरी बड़ी अच्छी दोस्त हैं, मैं उनकी फैन भी हूँ, फेवरेट और अमेजिंग महिला हैं। जब एक द्वार बंद होता है तो भगवान कई और दरवाज़े खोल देता है। सुधीर जी ने बड़ी अच्छी नियत के साथ इस फेस्टिवल की शुरुआत की है, उन्हें जब भी मेरी किसी बात के लिए जरूरत पड़ेगी मैं हाजिर रहूंगी। मैंने फेस्टिवल के पीछे की राजनीति देखी है, हम मुम्बा इंडिया इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल को राजनीति से दूर रखेंगे।

हिंदी फिल्मों के साथ साथ तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी अभिनय का जौहर दिखाने वाली शाजान पद्मसी ने कहा कि इस फेस्टिवल के लिए सभी ने खूब मेहनत की है। मेरी मम्मी शेरोन ने इस फेस्टिवल के लिए अपना दिल और जान लगा दी है। सभी को बधाई और शुभकामनाएं।

कृष्णा भारद्वाज, रत्न प्रताप और विद्याधर शेट्टी ने भी यहां अपनी शुभकामनाएं दीं।सक्सेस फिल्म्स के विद्याधर शेट्टी ने इस इवेंट को ऑर्गनाइज़ किया

शेरोन प्रभाकर ने अंत में बताया कि सिनेमा मेकिंग का पैशन रखने वालों ने घर बेचकर सिनेमा बनाया है। यह फेस्टिवल ऐसे ही जुनूनी मेकर्स के लिए है। मैं कसम खाकर कहती हूँ कि हम इसके जरिये कुछ बेहतर, नया और अलग करने की कोशिश करेंगे।

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