टिकट न मिलने पर फूट-फूट कर रोए बसपा नेता, बोले- 50 लाख मांग रही पार्टी
बसपा से कथिततौर पर टिकट के दावेदार एक नेता ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बसपा नेता अरशद राणा ने पार्टी पर टिकट के बदले 50 लाख रुपये मांगे जाने का आरोप लगाया है। बता दें कि यूपी में अगले महीने से सात चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
इससे पहले तमाम पार्टियां अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रही हैं। इसी दौरान एक बसपा नेता ने टिकट न मिलने पर पार्टी पर बड़े आरोप लगाए। अरशद राणा का एक रोते हुए वीडियो सामने आया था जिसमें वे टिकट न मिलने पर काफी परेशान दिखाई दे रहे थे।
‘4.5 लाख दे चुका, 50 लाख मांगे जा रहे’
बसपा नेता अरशद राणा ने कहा, “मैं 24 साल से काम कर रहा हूं; 2018 (2022 यूपी चुनावों के लिए) में औपचारिक रूप से चरथवल सीट से उम्मीदवार घोषित किया गया था। तब से पार्टी से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, कोई उचित जवाब नहीं मिला है।” उन्होंने आगे कहा, “50 लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा है… मैं पहले ही लगभग 4.5 लाख रुपये का भुगतान कर चुका हूं।”
पुलिस के सामने रोते हुए दिखे बसपा नेता
दरअसल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही पार्टी टिकट को लेकर खींचतान और ड्रामा भी शुरू हो गया है। मुजफ्फरनगर की चरथवल सीट से टिकट नहीं मिलने से खफा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक नेता अरशद राणा को शहर कोतवाली में फूट-फूट कर रोते देखा गया। पुलिस के सामने रोते हुए, अरशद राणा ने आरोप लगाया कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दो साल पहले टिकट के लिए 67 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन उनकी जानकारी के बिना उनका टिकट काट दिया गया।
बसपा ने पूर्व गृह राज्य मंत्री सैयदुज्जमां के बेटे सलमान सईद को उतारा
गौरतलब है कि चरथवल विधानसभा क्षेत्र के दधेडू गांव निवासी अरशद राणा लंबे समय से बसपा में सक्रिय हैं। उनकी पत्नी ने भी जिला पंचायत सदस्य पद के लिए बसपा से चुनाव लड़ा था। राणा लंबे समय से पार्टी का टिकट पाने की उम्मीद से चरथवल सीट से बसपा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। हालांकि एक दिन पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि पार्टी ने चरथवल विधानसभा सीट से सलमान सईद को उतारा है। सलमान सईद पूर्व गृह राज्य मंत्री और कांग्रेस नेता सैयदुज्जमां के बेटे हैं। घोषणा से आहत राणा ने फेसबुक पर अपनी आपबीती के बारे में लिखा और बाद में अपने समर्थकों के साथ शहर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं ने उनका तमाशा बनाया और उनके पैसे वापस मांगे।